साथियो नमस्कार
महेश कौशिक डाट कोम ( http://www.maheshkaushik.com/) के इस हिन्दी संस्करण में आपका स्वागत है विगत 7 वर्ष से मेरा अंग्रेजी ब्लोग प्रचलन में है तथा मेरे बहुत से हिन्दी भाषी दोस्तों की मांग थी की मैं अपने ब्लोग का हिन्दी संस्करण भी लांच करूं जो 2016 की होली के इस शुभअवसर से प्रारंभ करते हुये मुझे अति प्रसन्नता हो रही है।
मैनें मेरे बीमा संबधि ब्लोग बीमाजिनियस (bimagenius) का नाम बदल कर उसे हिन्दी महेश कौशिक डाट कोम (http://hindi.maheshkaushik.com) किया है इसलिये इस ब्लोग पर आपको बीमा संबधि पुराने आलेख अग्रेंजी में दिखायी देवे तो चिन्ता मत किजियेगा अब से इस ब्लोग पर सिर्फ हिन्दी में शेयर बाजार के मेरे आलेख ही मिलेगें व बीमा के ब्लोग को बंद किया जा रहा है।
आप अपने ब्राउजर में सीधे http://hindi.maheshkaushik.com लिखकर मेरे हिन्दी ब्लोग को खोल सकते हैं।
आज के इस प्रारंभिक आलेख में मैं आपको शेयर बाजार में आपकेा निवेश क्यों करना चाहिये उसके बारे में बताउंगा फिर अगले आलेख में आपको शेयर बाजार में निवेश किस प्रकार से प्रारंभ करें उसके बारे में सीखाउंगा।
आप बस इस ब्लोग को बुकमार्क कर लेवें व हर 10-20 दिवस में अपडेट के लिये विजिट करें आप को इस ब्लोग पर शेयर बाजार की हिन्दी में जानकारी दी जावेगी। तो आज के मूल विषय पर आते हैंः-
शेयर बाजार में मुझे निवेश क्यों करना चाहिये?
आप सोचते होंगे शेयर बाजार तो अमीरों के लिये है आप मध्यमवर्ग से हैं आपकी गाढी कमायी शेयर बाजार में डाल कर आप तो रोड पर आ जावेगें। पर यह बेवकुफी है आप कुछ मुर्ख सट्टेबाज लोगों की सुनी सुनाई बातों के कारण पूंजीपति बनने के इस सुअवसर से दुर है तथा यदि आप उधोगपति बनना चाहते हैं तो सैंकड़ो सालों से हर देश मेंं शेयर बाजार ही इसका अवसर आम आदमी को दे रहा है।
दरअसल कुछ लोग शेयरों में निवेश न करके सट्टा करते हैं जो क्रिकेट में भी कर सकतें है बरसात होगी या नहीं होगी इस पर भी लोग सट्टा करते हैं लोग जुआ भी खेलते हैं इसमें यदि पैसा डुबता है तो शेयर बाजार क्या करे?
मै आपको जिस निवेश की बात कह रहा हुं वो कंपनी में कपंनी के मालिकों की तरह हिस्सा खरीदना है जीं हां आप यदि कपंनी का एक शेयर भी खरीदते हैं तो आप उस प्रतिशत तक कंपनी के मालिक के बराबर अधिकार रखते हैं आपकेा कंपनी के लाभ में हिस्सा मिलता है जिसे डीविडेंड कहते हैं व यदि कंपनी विकास करती है तो आपके हिस्से की कीमत बढती है।
मैं चाहता हुं मेरा हर पाठक वारेन बफट ( मशहुर शेयर निवेशक जो शेयरों में निवेश से खरबोंपति बने हैं। ) बने तथा वो गलतियां नहीं करे जो मागर्दशन के अभाव में मैने की थी मैं विगत 7 वर्ष से शेयर बाजार की मुफत शिक्षा दे रहां हुं जो पैसे लेकर शेयर बाजार की टीप बेचते हैं वो सीधे सीधे आपकेा ठग रहें है क्यों कि उनकी टीप में दम होता तो वो स्वंय उससे पैसा क्यों नहीं कमा लेते आपसे पैसे क्यों मांगते हैं?
मेरा मूल इंगलिश ब्लोग यहां विजिट करें-
मैं अपने ब्लोग पर जो रिसर्च रिपोर्ट डालता हुं उनमें से 90-95 प्रतिशत में मैं खुद या मेरी पत्नी भी निवेश करते हैं क्यों कि मेरा उददेश्य शेयर बाजार से पैसा कमाना है इसलिये मैं अपने पाठको से पैसे नहीं मांगता। आप पुछेगें 90-95 प्रतिशत मैं क्यों 100 प्रतिशत में क्यों नहीं ? ऐसा इसलिये है कि कई बार मेरे खाते में शेयर मे डालने के लिये पर्याप्त पैसे नहीं होते तो मैं कोई कोई टिप चुक जाता हुं व मैं सेबी से रजिस्टर्ड एनालिस्ट हुं इसलिये सेबी के नियमों ने भी मुझ पर प्रतिबंध लगा रखा है कि मैं अपनी टीप में प्रकाशन से 30 दिन पहले ओर 5 दिन बाद तक किसी भी शेयर में निवेश नहीं कर सकता।
चलिये अब कुछ ऐतिहासिक उदाहरण देकर आपका मन ललचाते हैं तथा आपको शेयर खरीदने की ताकत से परिचित कराते हैं:-
इंफोसिस का आईपीओ 1993 में आया था तब इंफोसिस का एक शेयर 95 रूपये का था उस समय आपने 100 शेयरों में निवेश 9500 रूपये में किया होता तो आज बोनस शेयर वगैरा मिला कर आपके पास 51200 शेयर हुये होते तथा इनकी बाजार किमत आज की 6.17 करोड़ रूपये होती इनमें आपको बीच बीच में जो 50 लाख रूपये के लगभग डीविडेंट मिला होता वो शामिल नहीं है।
ऐसी ही हालात विप्रो के शेयर की है इसका आईपीओ 1980 में 100 रूपये प्रति शेयर में आया था इसमें
आपने 10 शेयर 1000 रूपये में लिये होते ता आज आपके पास 960000 शेयर होते उनकी आज की कीमत 532 करोड़ रूपये होती उसी से आपको इस वर्ष लगभग 4.80 करोड़ डीविडेंट मिला होता पिछले 36 वर्ष में जो डिविडेंट मिला उसकी गणना ही मेरे बूते की बात नहीं है।
चलिये आज इतना ही अब 15-20 दिन का इंतजार इस ब्लोग के अपडेट होने का किजिये आप थोडी बहुत अग्रेंजी जानते हैं तो इस बीच मेरे अंग्रेजी ब्लोग पर ये चन्दू की कहानी पढ कर शेयर बाजार की ताकत जान सकते हैंः-