रविवार, 28 अक्तूबर 2018

शेयर मार्केट की वर्तमान हालात पर कबीरदास जी की शैली में प्रेरणास्पद कविता

प्रिय पाठको
लम्बे समय के बाद हिन्दी ब्लोग अपडेट करने के लिये माफी चाहता हूं।
आप सब को जिज्ञासा होगी सीमा के पोर्टफोलियो का आखिर क्या हुआ।
नये पाठक जिन्होने पिछले साल से सीमा के पोर्टफोलियो की कहानी नहीं पढी वो शुरू से पढना चाहें तो इस लिंक से प्रारंभ करेंः-
How Seema Start Stock Market Portfolio
सीमा के पोर्टफोलियो पर आगे बढ़ने से पहले में शेयर बाजार की वर्तमान हालत पर कबीरदास जी की शैली में एक प्रेरणास्पद कविता सुनाना चाहता हूं पहले उसको इरशाद फरमाईयेः-
तेजी मे इन्वेस्ट सब करें...
मंदी में करें न कोय.... 
जो मंदी में इनवेस्ट करें.....
सदा करें एन्जॉय ॥

तेजी मंदी दोनों चलें....
तभी मार्किट कहलाय ...
तेजी में बेचे न कोय... 
मंदी आये घबराए ॥

आलसी - लालची और ऋणी
इस मार्किट में ना आये  ...
काबू रहें न खुद के ...
मार्केट  पे दोष लगाय ॥

बिजनेस न्यूज सुन सुन के 
मुआ पंडित भया ना  कोय ...
सब्र और समझ से काम ले....
वही खिलाडी होय ॥

बॉटम बॉटम सब कहे
बॉटम बना न कोय
जब असल में बॉटम आये
रोकड़ा बचा न होय ॥

गिरता निफटी देखकर 
महेश कौशिक दिया रोये
बुल बीअर के बीच में 
फोलोवर बचा न कोये।।
बस अब सीमा मेरे साथ रहती है मेरी पत्नी है तो स्वभाविक है उसको तो मैं ये कविता दिन में दो बार सुनाता हूं।
इसलिये सीमा मार्केट की गिरावट से कोई डरी नहीं उसकी खरीददारी मेरी पुस्तक के शेयरों के क्रमानुसार लगातार जारी रही 23 Aug 2018 के बाद उसकी ट्रेड बुक पर नजर फरमायें जराः-

अब आप सोच रहे होगें कि सर आखिर 10 Oct 2018 के बाद तो सीमा हिम्मत हार गयी उसने के बाद तो कोई शेयर नहीं खरीदा। नहीं ऐसा नहीं है आप उक्त कविता की इन लाईनों पर पुनः गौर फरमायेंः-
बॉटम बॉटम सब कहे
बॉटम बना न कोय
जब असल में बॉटम आये
रोकड़ा बचा न होय ॥
ऐसा ही उसके साथ हुआ जब वो लगातार हर बुधवार को 6900 रूपये एक नये शेयर में निवेश करती रही व पिछला लिया एक भी शेयर बिका नही तो आखिर उसकी पूंजी खत्म ही हो गयी तो नया लेती कहां से।
पर आपको याद होगा सीमा एक हाउसवाईफ है उसकी आय का स्त्रोत यूटयूब पर उसका कुकींग चैनल सीमा की रसोई है तो एक बार को पूंजी खत्म हो गयी पर उसके खाते में इस माह की एडसेन्स आय जमा हो गयी है अबके बुधवार से वो वापस शुरू हो जायेगी।
जो मेरे नये पाठक सीमा के चैनल के बारे में नहीं जानते वो इस लिंक पर उसकी बनायी एक दो रेसिपी देखकर बनाकर खा लेवें :-
Indian Hindi Recipes Cooking Channel Seema Ki Rasoi
ये चैनल भी उसने मेरे प्रोत्साहित करने से ही खोला था वरना वो कैमरे पर बोलने से बहुत डरती थी चैनल पर शुरू के पहले वीडियो व आखिर के वीडियो की क्वालिटी देखकर आप अदांजा लगा सकेगें कि कोई भी व्यक्ति जब कोई कार्य लगातार करता रहता है तो उसकी परफोरमेन्स में कितना सुधार आ जाता है। 
हम बस कार्य प्रारंभ करने से डरते हैं प्रारंभ कर लेवें जल्दी सफल नहीं होने पर बीच में ही बंद कर देते हैं  इसीलिये असफल होते हैं। सीमा ने भी पहले एक यूटयूब चैनल खोला था उस पर 7 से 8 वीडियो डालने के बाद उसको डीलीट कर दिया था पर वापस चैनल खुलवाकर उसको लगातार प्रोत्साहित करने का परिणाम अब आपकेा दिख ही रहा होगा अब तो वो मेरे से भी ज्यादा वीडियो अपलोड करती है सब्सक्राईबर जब उसके 0 थे तब मेरे 20000 थे मैने उसको घमंड से कहा मेरे बराबर आने में तो तुझे पता नहीं कितने साल लगेगें पर अब मेरे 65000 सबसक्राईबर ही हुये हैं उसके 2 लाख 40 हजार सबस्क्राईबर हो गये हैं।
मैं आशा करता हूं कि आप मेरी कहानियों से बोर नहीं होते होगें पर अब प्रसंग आ ही गया है तो एक कहानी और सुना देता हूं:-
मेरे पास एक कम्पयूटर ओपरेटर महोदय काम करते थे वो ओपरेटर कम मुझे वैज्ञानिक ज्यादा लगे विज्ञान में इतने होशियार व होनहार विधार्थी को देखकर मैने उनको आॅफर दिया आप मेरी नौकरी छोड़ दो मेरे 5000 रूपयों की जगह आपको एक कोचिंग सेंटर खोल लेना चाहिये आप 25000 से 30000 कमा सकते हो। पर वो जोब सिक्योरटी छोड़कर कोचिंग सेन्टर नहीं खोलना चाहता था और मुझे मेरे 9 वीं कक्षा के लड़के के लिये एक गणित व विज्ञान के उसके जैसे ही अध्यापक की आवश्यकता थी तो मैनें उसको आॅफर दिया मैं एक कोचिंग सेंटर खोल लेता हूं उसमें मेरे लड़के को मुफत पढ़ाना सेंटर का सारा खर्च पहले 3 माह तक मेरा रहेगा फिर चाहें तो आप कोचिंग सेंटर का पुरा मैनेजमेंट व उसकी आय सभांल लेना चाहें तो उसे बंद करके आप वापस मेरी जाॅब पर आ जाना।
डील पक्की हो गयी आखिर उसको भी बाबूगिरी से ज्यादा विज्ञान व गणित के अध्यापन में ज्यादा मजा आने वाला था हमने एक किराये का कमरा लिया जोर शोर से उसके बड़े बड़े फलेक्स बैनर छपवा कर लगाये  मेरे हाथों से धुमधाम से उसका उदघाटन किया मैने अखबार में न्यूज भी निकलवायी । पम्पलेट छपवाकर बंटवायें। डील के अनुसार ये सब खर्च मेरा था 3 महिने बाद तय होना था कि आगे क्या करना है।
पर 3 दिन बाद ही मेरे पास फोन आ गया कि सर आप अपना बचा हुआ सामान ले जायें मुझे ये सेन्टर नहीं चलाना मैं वापस जाॅब ही करना चाहता हूं।
मैं तुरंत गया उससे पुछा कि भाई क्या नाराजगी हो गयी?
उसने कहा सर ये कोचिंग सेंटर नहीं चलेगा अभी सिर्फ 2 विधार्थी आये हैं जिनमें एक तो आपका लड़का जिनियस कौशिक है ( जो फोकट में पढ़ेगा ऐसा उसने कहा नहीं मैने सोचा) दूसरा एक और आया है। अब 2 स्टूडेन्ट से कैसे किराया लाईट बिल व अन्य आय होगी सर आपका बहुत खर्चा हो गया है तथा आगे अपने चलाते रहे तो और भी हो जायेगा। इसलिये इसको बंद कर देते हैं सामान किसी को भंगार (कबाड़) में बेच देते हैं इससे आपका घाटा कम हो जायेगा तथा कम से कम और घाटा तो नहीं होगा।
अब ऐसे विचार मैने मार्केट की गिरावट में अनेक बार सुन रखें है इसलिये मैनें मुस्करा कर उसको कहा कि मैने तो एक बार कोचिंग सेन्टर खोल लिया है तो 3 दिन में बंद नहीं होगा आप डर गये हो तो आप इसको छोड़ कर कल से वापस कम्प्यूटर ओपरेटर बन सकते हो पर मैं इसमें दूसरे अध्यापक भर्ति करूंगा मेरे ये दो स्टूडेन्ट पढ़ते रहेगें बिजनेस में नफा नुकसान होता रहता है पर 3 दिन में नहीं मैं कम से कम 2 साल चलाकर फिर गणना करूंगा कि नफा हुआ या नुकसान 2 साल मेरा लड़का तो पढ ही लेगा वो भी नफा ही है।
आप चाहें तो आप भी सैलेरी ले सकते हैं और इसमें रह सकते हैं पर इस स्थिति में 3 माह बाद कोचिंग सेन्टर की सम्पूर्ण आय आपको नहीं मिलेगी फिर सिर्फ सैलेरी मिलेगी।
लड़का मेरी तरह ही सिद्वान्तों पर चलने वाला था बस थोड़ा घबरा गया था उसे मेरे शब्दों से सांत्वना मिली उसने सैलेरी लेना तो स्वीकार नहीं किया 3 महिने का इंतजार स्वीकार किया।
फिर क्या हुआ?
बस 2 महिने में ही 30-35 स्टूडेन्ट हो गये मैने सिर्फ 2 महिने का किराया ही दिया उसके बाद उसने आगे होकर कहा कि अब स्टूडेन्ट बढ़ते जा रहे हैं ये कमरा छोटा पड़ता है मैं दूसरा मकान ले रहा हूं अब आपको किराया देने की जरूरत नहीं है मैं आत्मनिर्भर हो गया हूं।
अब उसके 50 के लगभग स्टूडेन्ट है अभी 3 महिने ही हुये हैं अब उसका बिजनेस चल निकला है। इस प्रकार किसी भी बिजनेस में थोड़ा समय तो लगता ही है पर धैर्य से लगातार एक लाईन में कार्य करते रहते हैं तो सफलता जरूर मिलती है।
अब बात करते हैं डीविडेंड की सीमा ने पिछले 3 माह में भले ही शेयर बेचकर मुनाफा नहीं कमाया हो पर उसको निम्न प्रकार से डीविडेंड की आय हुयी जो आपकी प्रेरणा के लिये प्रस्तुत हैः-
1. 1 जुलाई से 15 अगस्त की डीविडेन्ड आय 339 के बारे में पिछले ब्लोग पोस्ट में बताया गया था उसको इस लिंक पर फिर से पढ़ सकते हैंः-  Income Tax Harvesting In Stock Market
2. 16 Aug 2018 Bajaj Electricles 42.00
3. 18 Aug 2018 Apar Industries 76.00
4. 20 Aug 2018 Trident Ltd 42.60
5. 28 Aug 2018 JK Tyre 61.50
6. 04 Sep 2018 Arvind Ltd 38.40
7. 11 Sep 2018 Himadri Speciality 04.40
8. 19 Sep 2018 Petronet LNG 112.50
9. 24 Sep 2018 Escorts Ltd 14.00
10. 25 Sep 2018 Hindalco 32.40
11. 29 Sep 2018 GAIL 28.80
12. 03 Oct 2018 Glenmark Pharma 22.00
13. 03 Oct 2018 Jindal Steel 61.20
14.05 Oct 2018 Oil India 33.00
15. 10 Oct 2018 BHEL 93.00
16. 12 Oct 2018 Rajesh Export 8.00
17.15 Oct 2018 Rural Electrical 112.00
18. 15 Oct 2018 Inderprastha Medical 99.00
अभी तक कुल मिलाकर 1219.80 रूपये कर मुक्त डिविडेंड आय हो चुकी है व जब भी तेजी आयेगी मंदी में खरीदे गये ये शेयर भी कम से कम 20 प्रतिशत मुनाफा बुक करके बेचेगें।
अभी तो दुकान में माल खरीदने का समय चल रहा है जब बेचने का समय आयेगा तब शेयर बिकेगें भी।
पर मैं नाहर इन्डस्ट्रीज में फस गया महेश जीः- अभी 2 दिन पहले ही मेरे पास एक ई मेल आया दुर्भाग्य से मैं उसका समय पर जबाब नहीं दे सका और वो ई मेल की भीड़ में नीचे दब गया। उसमें लिखा था महेश जी को नमस्कार सर मैने आपकी सलाह पर नाहर इन्डस्ट्रीज के शेयर 102 के भाव पर लिये थे अब भाव 52 हो गया मैं फसं गया हूं सर माफ करना मैने आपकी सलाह पुरी नहीं मानी थी मैने इसमें 5000 रूपयों का निवेश नहीं किया था मैने बहुत बड़ी राशि निवेश कर दी है मैं बहुत घबरा रहा हूं सर प्लीज बचाओ मुझे।
उसे देखकर पहले तो मुझे रोना आया और याद आयी उपर की कविता की ये लाईने:-
गिरता निफटी देखकर महेश कौशिक दिया रोये
बुल बीअर के बीच में फोलोवर बचा न कोये
फिर मैं उसको जबाब देता उससे पहले कोई काम आ गया उसके बाद जबाब के लिये ई मेल ही नहीं मिला इसलिये इस ब्लोग पोस्ट में लिया है ताकि वो फोलोवर बचा हो तो पढ़ लगा।
प्रिय फोलोवर
माफ करना मुझे।
मेरे पास नाहर इन्डस्ट्रीज के शेयर अभी भी है मेरी गलती इतनी ही थी कि मैं सबको अपने जैसा मान बैठा था मैने तो नाहर इण्डस्ट्रीज में अपनी मासिक आय के 10 प्रतिशत हिस्से का ही निवेश किया था हाल ही में मुझे दिनांक को उस पर डीविडेन्ड भी मिला मैं तो इससे राजी हूं अगली तेजी में मुनाफा कमा कर निकल भी जाउंगा पर आपने बड़ी राशि का निवेश कर दिया तो घबरायें नहीं मेरा एक वीडियो है जिसमें मैंने इससे बाहर निकलने का तरिका बता रखा है आप ये वीडियो देख लेवें:-

और दूसरे भी कोई निवेशक हो तो ऐसे ही उनके घाटे वाले शेयर प्रतिमाह बेच बेच कर राशि म्यूचूअल फंड में शिफट कर लेवें तथा सारी राशि शिफट होने के बाद भी उस म्यूचूअल फंड में प्रतिमाह हजार दो हजार की सिप भी जारी रखें जिससे जब भी कुल मिलाकर आपकी मूल राशि व उस पर कम से कम बैंक ब्याज 7 से 8 प्रतिशत के बराबर रिर्टन आ जाये तब बेचकर निकल जाना।
अब आपकी बारी है कमेंट करके अपने उदगार व्यक्त करने की मैं कम से कम 7 दिन तक इस ब्लोग के सभी कमेंट का जबाब देने का प्रयास करूंगा।

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